सन 2000 में बिहार से अलग हुआ प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर झारखंड राज्य आज भी
राजनीति दंश झेल रहा है. एक तरफ जहां झारखंड के रांची में धोनी के धुरंधर तीसरे
एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड से भिड़ने के लिए बेताब हैं वहीं दूसरी तरफ करीब 10 दिनों तक राजनीतिक संकट से गुजरने के बाद आखिरकार एक बार फिर
झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है. इससे पहले राज्य में साल 2009 और 2010 में राष्ट्रपति
शासन लगाया गया था. झारखंड देश का पहला राज्य है जहां की आवाम पिछले बारह सालों
में आठ मुख्यमंत्री देख चुकी है. यहां अब तक किसी भी मुख्यमंत्री ने अपना कार्यकाल
(पांच साल) पूरा नहीं किया है. अर्जुन मुंडा पांच साल से अधिक समय तक मुख्यमंत्री
के पद पर रहे, लेकिन तीन कार्यकाल में.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक
राष्ट्रपति भवन के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि कोलकाता के दौरे पर गए राष्ट्रपति
प्रणव मुखर्जी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए औपचारिक रूप से
हस्ताक्षर कर आदेश दे दिया. इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भी
राष्ट्रपति शासन की मंजूरी दी थी. मंत्रिमंडल ने झारखंड के राज्यपाल सैयद अहमद की
उस रिपोर्ट पर चर्चा की थी जिसमें उन्होंने 81 सदस्यीय विधानसभा....... Read This Blog (Click Here)
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