इस चिट्ठे पर प्रकाशित सभी विचारों के लिये लेखक स्वयं उत्तरदायी है। संपादन मंडल का लेखक की राय से सहमत होना अनिवार्य नहीं है। -संपादक

कुदरत के तांडव के लिए कौन है जिम्मेदार

कहते हैं मानव अपने बुरे कर्मों का फल यहीं पर भोगकर जाता है. उसे तो दूसरे जन्म तक इंतजार भी नहीं करना पड़ता. आज जो कुदरत के कहर की वजह से पूरी दुनिया में तबाही हो रही है यह मानव के बुरे कर्मों का ही नतीजा है. देव भूमि उत्तराखंड में भी कुदरत की लगातार मार पड़ रही है. अब तक की खबर के मुताबिक बारिश और बादल फटने की वजह से समूचे उत्तर भारत में 130 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग या तो लापता हैं या फिर अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए हैं.


जलमग्न हुआ केदारनाथ मंदिर

उत्तराखंड में आई भारी बारिश और बादल फटने के बाद आई बाढ़ से भयंकर तबाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि करीब 12 हजार फुट की ऊंचाई पर बने केदारनाथ मंदिर के आसपास सब कुछ बह गया है. अचानक आई इस तबाही से लगभग 50 लोगों की मौत हो गई. पलक झपकते ही मुख्य मंदिर के आसपास का इलाका मलवे.......Read (Click Here

पीठ पर बच्चे को बांधकर निकली जब एक वीरांगना


इतिहास के पन्नों पर यदि नजर डालें तो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं के योगदान को नकारा नहीं जा सकता. उस समय के साक्ष्य से पता चलता है कि महिलाओं ने जब-जब अपने राज्य के लिए शस्त्र उठाए हैं तब-तब आंदोलन ने बड़ा रूप लिया है. महिलाओं की भूमिका की चर्चा किए बगैर 1857 के इतिहास को भी पूरा नहीं माना जाता.
उस दौरान आजादी के महासंग्राम का स्वर्णिम अध्याय बनी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत को यह देश कभी नहीं भूल सकता. आज महारानी लक्ष्मीबाई शहीदी दिवस है. आज ही के दिन वर्ष 1857 में रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों से लोहा लेते हुए शहीद हो गई थीं.



अश्वारोहण और शस्त्र-संधान में निपुण महारानी लक्ष्मीबाई ने झांसी किले के अंदर ही महिला-सेना खड़ी कर ली थी, जिसका संचालन वह स्वयं मर्दानी पोशाक पहनकर करती थीं. उनके पति राजा गंगाधर राव यह सब देखकर प्रसन्न रहते. कुछ समय बाद लक्ष्मीबाई ने एक पुत्र को जन्म दिया, पर कुछ ही महीने बाद बालक की मृत्यु हो गई. पुत्र वियोग के आघात से दु:खी राजा ने 21 नवंबर, 1853 को प्राण त्याग.... Read more (Click Here)

पीठ पर बच्चे को बांधकर निकली जब एक वीरांगना

इतिहास के पन्नों पर यदि नजर डालें तो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं के योगदान को नकारा नहीं जा सकता. उस समय के साक्ष्य से पता चलता है कि महिलाओं ने जब-जब अपने राज्य के लिए शस्त्र उठाए हैं तब-तब आंदोलन ने बड़ा रूप लिया है. महिलाओं की भूमिका की चर्चा किए बगैर 1857 के इतिहास को भी पूरा नहीं माना जाता.
उस दौरान आजादी के महासंग्राम का स्वर्णिम अध्याय बनी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शहादत को यह देश कभी नहीं भूल सकता. आज महारानी लक्ष्मीबाई शहीदी दिवस है. आज ही के दिन वर्ष 1857 में रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों से लोहा लेते हुए शहीद हो गई थीं.

महारानी लक्ष्मीबाई


अश्वारोहण और शस्त्र-संधान में निपुण महारानी लक्ष्मीबाई ने झांसी किले के अंदर ही महिला-सेना खड़ी कर ली थी, जिसका संचालन वह स्वयं मर्दानी पोशाक पहनकर करती थीं. उनके पति राजा गंगाधर राव यह सब देखकर प्रसन्न रहते. कुछ समय बाद लक्ष्मीबाई ने एक पुत्र को जन्म दिया, पर कुछ ही महीने बाद बालक की मृत्यु हो.... Read More (Click Here)

बेटा तुम्हारी उम्र अभी पढ़ने-लिखने की है

क्या आपने कभी सोचा है कि जो आप खाना खा रहे हैं या फिर जो आप कपड़ा पहने रहे हैं उसमें कहीं न कहीं उस मासूम बच्चे की मेहनत है जो समाज व व्यवस्था की उदासीनता की वजह से छोटी सी उम्र में मजदूरी करने पर विवश है. उनकी विवशता तब तक जारी रहती है जब तक वह नशा और चोरी-चकारी सीख एक खूंखार अपराधी नहीं बन जाते.

विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस  (World Day Against Child Labour)

संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय श्रम संस्था द्वारा 12 जून को विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस (World Day Against Child Labour) के रूप में मनाया जाता है. इसका लक्ष्य लोगों से एकजुट होकर विश्वव्यापी बाल-श्रम की.... Read This Blog (Click Here)

हमने आंधियों में भी चिराग अकसर जलाए हैं

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है”. भारत एक वीरों का देश है यह बात आप अकसर सुनते रहते हैं लेकिन जब हम स्वतंत्रता संग्राम के उन सभी क्रांतिकारियों को याद करते हैं तो हमारी स्मृति में एक नाम सबसे पहले आता है वह है पंडित रामप्रसाद बिस्मिल (Ram Prasad Bismil) का. स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर देने वाले वीरों में रामप्रसाद बिस्मिल का एक विशिष्ट स्थान है.

 रामप्रसाद बिस्मिल का जीवन (Ram Prasad Bismil Life)

रामप्रसाद बिस्मिल (Ram Prasad Bismil) का जन्म 11 जून, सन 1897 में उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में हुआ. मैनपुरी बिस्मिल का ननिहाल था. बिस्मिल के दादा और पिता ग्वालियर के निवासी थे....... Read This Article (Click Here)

शिल्पा शेट्टी का पति भी काली कमाई का हिस्सेदार !!

भारत में क्रिकेट जैसे धर्म को धंधा बनाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में हुए स्पॉट फिक्सिंग को लेकर नित नए-नए खुलासे किए जा रहे हैं. फिक्सिंग में श्रीसंत, विंदू दारा सिंह और गुरूनाथ मयप्पन जैसे बड़े नाम सामने आने के बाद आज एक और बड़ा नाम सामने आया है. माना यह जा रहा है कि बॉलिवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति और राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा ने स्वीकारा है कि वह उन्होंने आईपीएल में सट्टेबाजी की थी.

आपको बता दें कि राजस्थान रॉयल्स वही टीम है जिनके तीन खिलाड़ियों श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चह्वाण की गिरफ्तारी के बाद आईपीएल 6 में स्पॉट फिक्सिंग के बारे में पता चला. राज कुंद्रा से घंटों पूछताछ करने के बाद दिल्ली के पुलिस आयुक्त नीरज कुमार ने दावा किया है कि राजस्थान रॉयल्स के मालिक स्पॉट Read. this article (Click Here)

जेल से बाहर आए ‘स्पॉट फिक्सर’

अभी कुछ ही दिनों की बात थी जब मुंबई की एक अदालत ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किए गए अभिनेता विंदू दारा सिंह और एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को 14 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. तब यह लगा था कि इन दोनों पर धीरे-धीरे अदालत और पुलिस द्वारा शिकंजा कसा जा रहा है लेकिन आज अदालत ने जिस तरह से इन दोनों आरोपियों को सशर्त जमानत दी है उससे इन्हें अपने खिलाफ सबूत मिटाने का मौका मिल गया है.

अदालत ने स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी गुरुनाथ मयप्पन और विंदू दारा सिंह के लिए 25-25 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत मंजूर करते हुए अदालत ने इन्हें देश छोड़ने पर रोक लगा दी है और उनके पासपोर्ट जमा करा लिए गए हैं. अदालत ने फिक्सिंग से जुड़े आठ आरोपियों को भी सशर्त जमानत दे दी है. जमानत पाने वालों में प्रेम तरनेजा, अल्पेश पटेल, नीरज शाह, अशोक व्यास, रमेश व्यास तथा पांडुरंग कदम शामिल हैं. मुंबई कोर्ट ने इन सभी को हफ्ते में हर दूसरे दिन क्राइम ब्रांच के समक्ष हाजिरी भी देने को कहा.


मुंबई पुलिस की विफलता
गुरुनाथ मयप्पन और विंदू दारा सिंह के खिलाफ तमाम तरह के खुलासे और सबूतों का दावा करने वाली मुंबई पुलिस कोर्ट में सट्टेबाजी के अलावा स्पॉट फिक्सिंग के मामले को भी साबित नहीं कर पाई. जमानत देते समय कोर्ट ने मुंबई पुलिस की इस दलील को नहीं माना कि ये सभी सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं.

क्या है मामला ?

गौरतलब है कि आईपीएल 6 में स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फ़िक्सिंग के आरोप में आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजीत चंडीला को 16 मई को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद सट्टेबाजों के साथ संबंधों के आरोप में 22 मई को अभिनेता व..... Read (Click Here)

क्रिकेट प्रेमियों को बेवकूफ बनाने का सिलसिला जारी है

आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग को देखते हुए हाल में केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने कहा था कि भारत में क्रिकेट की राष्ट्रीय संचालन संस्था बीसीसीआई को सूचना का अधिकार कानून (आरटीआई) के अंतर्गत आना चाहिए. उनका कहना वाजिब था क्योंकि जिस तरह से अब बीसीसीआई और उससे जुड़े लोग मनमानी कर रहे हैं उससे तो एक बात साफ है कि वह जाहिर होने देना नहीं चाहते कि उनकी संस्था भ्रष्ट लोगों की संस्था है और जहां पर अनियमितता और अनैतिक काम करके क्रिकेट के चाहने वालों को बेवकूफ बनाया जाता है......Read More (ClickHere)

सचिन का यह ‘दर्द’ किस काम का

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आने के बाद भारतीय क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था भारतीय किक्रेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि दुनिया की सबसे धनवान क्रिकेट संस्था होने के बावजूद भारतीय क्रिकेट में हो रहे भ्रष्टाचार पर बीसीसीआई रोक क्यों नहीं लगा पा रही है? क्या वह स्वयं एक भ्रष्ट खेल संस्था हो गई है?

यह तो सवाल हुआ बीसीसीआई पर लेकिन सवाल उन खिलाड़ियों पर भी उठते हैं जो कहने को तो बड़े खिलाड़ी हैं लेकिन जब उनसे क्रिकेट में फैल रहे भ्रष्टाचार के बारे में पूछा जाता है तब वह या तो चुप्पी साध लेते हैं या फिर इसको निराशाजनक बताकर अपनी जिम्मेदारी से कन्नी काट लेते हैं. भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तरह ही दुनिया के महानत बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर(Sachin Tendulkar) ने भी स्पॉट फिक्सिंग Read this article (Click Here)

जिसने भगवान के अस्तित्व पर ही सवाल उठा दिया !!

एक दौर था जब भारतीय फिल्मों में कॉमेडी नाममात्र के लिए हुआ करती थी. उस समय निर्देशकों के सामने यह चुनौती थी कि वह कैसे अपनी फिल्म की तीन घंटे की अवधि को पूरा करें. इसके लिए वह बीच-बीच में कॉमेडी के सीन को डाल देते थे. उस दौर में ऐसे कम ही निर्देशक थे जो कॉमेडी आधारित फिल्म बनाने की जहमत उठा सकते थे. लेकिन जब से फिल्म.......... Read This blog Click Here

रेल बजट से इस बार क्या है उम्मीद ?


जब 16 अप्रैल, 1853 को भारत में पहली बार यात्री ट्रेन चलाई गई थी तब किसी ने यह नहीं सोचा था कि भारतीय रेलवे (Indian Railway) दुनिया के सबसे बड़े रेल नटर्वकों में से एक होगी. परिवहन में भारतीय रेलवे (Indian Railway) ही ऐसा विभाग है जिसके साथ आम से लेकर खास हर किसी के साथ भावनात्मक जुड़ाव है. इसमें कोई शक नहीं है कि यह भारत में करोड़ो लोगों के खासकर मध्यम वर्ग के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है.

हर बार की तरह इस बार भी लोगों को रेल मंत्री से ढेरों उम्मीदे हैं. रेल बजट (Rail Budget) को लेकर कयासों का बाजार पूरी तरह से गर्म है. भारतीय.... Read This Article (Click Here)

डेविड कैमरन की क्या है मंशा !!


46 साल के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अपने दल बल के साथ भारत यात्रा पर हैं. अपने इस हाई प्रोफाइल यात्रा में इस बार कैमरन का अंदाज कुछ बदला-बदला सा दिख रहा रहा है. ऐसा लग रहा है जैसे वह भारतीयों का दिल जीतने के लिए वह सब कुछ करना चाह रहे हैं जो उनके पूर्ववर्ती नेताओं ने नहीं किया.

वैसे प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने अपनी इस यात्रा के लिए बहुत पहले ही जमीन तैयार कर ली थी. यह यात्रा उनके और उनके देश के लिए सकारात्मक हो इसलिए वह चुनिंदा एशियाई टेलीविजन चैनलों और दूसरे माध्यमों के जरिए भारत और उससे जुड़ी अर्थव्यवस्था का बखान करने लगे. उन्होंने अपनी इच्छा जाहिर की कि वह सचिन तेंदुलकर के प्रशंसक हैं और उन्हें भारत की मसालेदार करी काफी पसंद है.

तीन दिन की भारत यात्रा पर सोमवार को पहुंचे कैमरन ने भारत को सदी की महान ताकत बताते हुए कहा कि इस देश की जबरदस्त आर्थिक वृद्धि के बल पर यह 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है. भारत का बखान.................. Read This Article (Click Here)

श्रम संगठनों का राष्ट्रव्यापी हड़ताल


मंगलवार सुबह सरकार और श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता असफल हो जाने के बाद श्रम संगठनों की बुधवार से प्रस्तावित दो दिनों के भारत बंद का रास्ता करीब-करीब साफ हो गया है. ट्रेड यूनियनों ने कहा कि रक्षा मंत्री ए के एंटनी की अध्यक्षता वाली समिति उन्हें कोई ठोस प्रस्ताव देने में विफल रही. उनकी जो मांग थी उसे स्वीकार नहीं किया. देश के श्रम संगठनों ने दलगत राजनीति से ऊपर उठते हुए हड़ताल में भाग लेने का आह्वान किया है.

जिन श्रम संगठनों ने राष्ट्रव्यापी भारत बंद का आह्वान किया है उसमें शामिल हैं भारतीय मजदूर संघ, इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, हिंद मजदूर सभा, सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन, ऑल इंडिया यूनाइटेड... Read This Article (Click Here)

सुखदेव सिंह नामधारी: क्या सोचा था और क्या हो गया


सफलता की उंचाइयों पर पहुंचने के लिए जो व्यक्ति शॉर्टकट तरीका अपनाता है उसे एक दिन जरूर अर्श से फर्श पर आना पड़ता है. पहले पोंटी चढ्डा की मौत ने इस बात को साबित किया, अब उसकी मौत की वजह से सवालों के घेरे में आए सुखदेव सिंह नामधारी के नाम का मुहर लगना इस बात को पूरी तरह से सिद्ध करता है.

दिल्ली पुलिस ने शराब माफिया पोन्टी चड्ढा और उसके भाई हरदीप की हत्या के मामले में उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के बर्खास्त चेयरमैन एसएस नामधारी, उसके गार्ड सचिन त्यागी और दूसरे लोगों के खिलाफ शनिवार को चार्जशीट दायर की है. इसमें नामधारी पर पोन्टी के भाई हरदीप को गोली मारने का आरोप है.

वैसे दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने चढ्ढा बंधु हत्याकांड में दाखिल चार्जशीट में वारदात के पीछे नामधारी के हाथ पर मुहर लगा दी है. इस पूरी घटना से पता चलता है कि नामधारी इस घटना को अंजाम देने के लिए बहुत पहले ही सोच-विचार कर चुका...... Read This Blog (Click Here)

क्या जेल के अंदर से ही कांडा चल रहा है चाल ?


पूर्व विमान परिचारिका गीतिका शर्मा की आत्महत्या का रहस्य अभी पूरी तरह से सुलझा नहीं कि मामले ने एक और तूल पकड़ा है. गीतिका शर्मा की मां अनुराधा शर्मा जो पिछले कई दिनों से अपनी बेटी की मौत से परेशान थीं, ने शुक्रवार शाम अपने घर में खुद को फांसी लगाकर जान दे दी. बताया जा रहा है कि अनुराधा शर्मा ने उसी फ्लैट के उसी कमरे में जान दी है जिसमें पिछले साल 4 अगस्त की रात को उनकी बेटी गीतिका ने पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली थी.

इस घटना के बाद गोपाल कांडा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का एक और मामला दर्ज किया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि अनुराधा ने दो पेज का सूइसाइड नोट लिखा है जिसमें उन्होंने अपनी मौत का कारण एमडीएलआर एयरलाइंस के मालिक---- Read This Article (Click Here)

ओपनर जाफर ने अभी उम्मीद नहीं खोई


इस समय भारतीय क्रिकेट टीम ओपनर की समस्याओं से जूझ रही है. सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर ने अपनी बल्लेबाजी से दर्शकों को निराश किया है. ऐसे में यह उम्मीद की जा रही थी कि कि आगामी आस्ट्रेलिया सीरीज के साथ अनुभवी ओपनर वसीम जाफर को खेलने का मौका मिलेगा लेकिन इस बार भी उन्हें चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया.

आपको बता दें कि वसीम जाफर को अप्रैल 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कानपुर में खेले गए टेस्ट मैच के बाद टीम में शामिल नहीं किया गया है, बावजूद इसके कि लगातार घरेलू क्रिकेट में उन्होंने खुद को साबित किया. उन्होंने मुंबई के खिलाफ ईरानी कप मैच में शेष भारत के लिये शतक जमाकर फॉर्म जाहिर कर दिया था. लेकिन चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा न दिखाकर आस्ट्रेलिया सीरीज के लिए गौतम गंभीर की जगह शिखर धवन को टीम में जगह दी.

रणजी टीम मुंबई की तरफ से खेलने वाले वसीम जाफर का जन्म 16 फरवरी, 1978 को मुंबई में हुआ. जाफर शुरू से ही घरेलू क्रिकेट के लिए सफल खिलाड़ी...... Read This Article (Click Here)

सौदा पाने के लिए दलालों ने बुना जाल


भारत के हथियार और अन्य दूसरों उपकरणों के बाजारों पर विदेशी कंपनियों की कैसी नजरें हैं इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि ये कंपनियां भारत के रक्षा क्षेत्र से सौदा करने के लिए लड़कियों का भी इस्तेमाल करते थे. इटली की जांच एजेंसी ने सौदे के लिए बिचौलिये के बीच बातचीत का ब्यौरा इटली के कोर्ट में पेश किया है. इसी बातचीत के जरिए पता चला है कि तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एस. पी. त्यागी तक पहुंच बनाने के लिए पैसे के साथ-साथ लड़कियों का भी इस्तेमाल किया गया था.

इटली के जांचकर्ताओं ने यह पाया है कि एस. पी. त्यागी तक पहुंचने के लिए दलालों ने इसी लड़की के जरिए त्यागी के रिश्तेदारों से संपर्क साधा खासकर जूली त्यागी से, जिसे इस मामले में रकम दिए जाने का दावा किया जा रहा है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक, डील के लिए त्यागी परिवार से समझौता हुआ था लेकिन रकम जूली त्यागी को सौंपी गई थी. त्यागी परिवार के सदस्यों और अगस्ता-वेस्टलैंड के बिचौलियों के बीच दोस्ती की शुरुआत...... Read This Blog (http://bit.ly/12n9VCE)

खतरे में युवा पहलवानों का भविष्य


ओलंपिक खेलों से कुश्ती खेल को हटाए जाने के अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के फैसले से भारत में हड़कंप मचा हुआ है. खेल से जुड़ा हर व्यक्ति इस बात से परेशान है कि कैसे कोई कुश्ती जैसे महत्वपूर्ण खेल को ओलंपिक से हटा सकता है जिसमें भारत ने हाल के वर्षो में एक नई उड़ान भरी थी. देश के पहलवानों को आशंका है कि इस फैसले से देश में कुश्ती को लेकर जो नया उत्साह पैदा हुआ था वह समाप्त हो जाएगा.

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने मंगलवार को कुश्ती को 2020 ओलंपिक खेलों के कार्यक्रम से हटा दिया है. 25 नए खेलों को 2020 के ओलंपिक खेलों में शामिल करने का प्रस्ताव आईओसी के 125वें सत्र में रखा जाएगा जो कि सात से 10 सितंबर तक अर्जेंटीना में होगा. आईओसी का यह फैसला नए खेलों को ओलंपिक में शामिल करने के लिए है. कुश्ती की जगह कौन सा खेल ओलंपिक का हिस्सा बनेगा, इसका फैसला मई में होगा. यह खेल हालांकि 2016 में रियो डी जेनेरियो में होने वाले ओलंपिक....... Read This Blog (Click Here)

सावधान! आपके करीबी ही होते हैं बाल यौन शोषण के अपराधी



भारत में बाल यौन शोषण एक गंभीर समस्या है. आए दिन देश में ऐसी कई घटनाएं घटती हैं जिनकी जितनी भी भर्त्सना की जाए उतनी ही कम है. बच्चों को डरा धमकाकर उनका यौन शोषण करना न केवल आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर लोगों की समस्या है बल्कि इसके वह लोग भी शिकार होते हैं जो सुख-सुविधाओं से पूरी तरह से सम्पन होते हैं.


दुनिया को अपनी संगीत के जादू से अपनी ओर खींचने वाले सितारवादक रवि शंकर की बेटी अनुष्का शंकर ने कहा है कि बचपन में उन्होंने भी कई तरह के शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न को झेला है. वह भी उस व्यक्ति के हाथों जिस पर उनके अभिभावकों ने आंख मूंद कर भरोसा किया था.

अकसर देखा जाता है कि बच्चों के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न को हम या तो अनदेखा कर देते हैं या फिर बात न फैले इसलिए इस मुद्दे को आगे नहीं बढ़ाते. एक शोध में पाया गया है कि बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न वही लोग करते हैं जो उनके करीब हैं या फिर वो जो उन्हें जानते हैं. विभिन्न तरह के जागरुकता कार्यक्रम में अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वह अपने बच्चों को किसी भी स्थिति में अकेला न छोड़ें.... Read This Blog (Click Here)

चुनाव की आहट ने सरकार को किया मजबूर !


26/11 मुंबई हमले में पकड़ा गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के बाद सरकार पर यह दबाव बनने लगा कि संसद पर हमले में दोषी करार दिए गए अफजल गुरु को फांसी दी जाए. इसके बाद कई हिंदुत्ववादी संगठनों और अखबारों/चैनलों द्वारा अफजल गुरु को जल्दी से जल्दी फांसी पर चढ़वाए जाने की मुहिम शुरू कर दी गई थी. कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने भी इस बार जनता के सेंटिमेंट को भांप लिया था और आखिरकार 12 साल बाद शनिवार 9 फरवरी सुबह आठ बजे अफजल गुरु को फांसी दे दी गई.

वैसे लोगों की भावनाओं के साथ खेलने वाली केंद्र की यूपीए सरकार के साथ इस बार ऐसा क्या हुआ कि वह इस भावनात्मक मसले को और ज्यादा दिन तक नहीं टाल सकी. जानकारों की मानें तो सरकार खासकर कांग्रेस द्वारा कसाब या फिर अफजल को फांसी दिए जाने के पीछे प्रमुख वजह पार्टी को भविष्य की चिंता सताने की रही थी. देश में इस ...... Read This Blog (Click Here)
विजेट आपके ब्लॉग पर