इस चिट्ठे पर प्रकाशित सभी विचारों के लिये लेखक स्वयं उत्तरदायी है। संपादन मंडल का लेखक की राय से सहमत होना अनिवार्य नहीं है। -संपादक

कुदरत के तांडव के लिए कौन है जिम्मेदार

कहते हैं मानव अपने बुरे कर्मों का फल यहीं पर भोगकर जाता है. उसे तो दूसरे जन्म तक इंतजार भी नहीं करना पड़ता. आज जो कुदरत के कहर की वजह से पूरी दुनिया में तबाही हो रही है यह मानव के बुरे कर्मों का ही नतीजा है. देव भूमि उत्तराखंड में भी कुदरत की लगातार मार पड़ रही है. अब तक की खबर के मुताबिक बारिश और बादल फटने की वजह से समूचे उत्तर भारत में 130 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग या तो लापता हैं या फिर अलग-अलग इलाकों में फंसे हुए हैं.


जलमग्न हुआ केदारनाथ मंदिर

उत्तराखंड में आई भारी बारिश और बादल फटने के बाद आई बाढ़ से भयंकर तबाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि करीब 12 हजार फुट की ऊंचाई पर बने केदारनाथ मंदिर के आसपास सब कुछ बह गया है. अचानक आई इस तबाही से लगभग 50 लोगों की मौत हो गई. पलक झपकते ही मुख्य मंदिर के आसपास का इलाका मलवे.......Read (Click Here

3 comments:

app development company india said...

Amazing blog and very interesting stuff you got here! I definitely learned a lot from reading through some of your earlier posts as well and decided to drop a comment on this one!

Buy Contact Lenses Online said...

Hey keep posting such good and meaningful articles.

GST Impact Analysis said...

It is pretty worth enough for me. In my opinion, If all website owners and bloggers will make good content as you did then internet will be a lot more useful than ever before.

विजेट आपके ब्लॉग पर