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कितनी सुरक्षित दिल्ली मेट्रो

६ फरवरी को मेट्रो मे हुई घटना ने यह साबित कर दिया की मेट्रो मे सुरक्षा का कितना इंतिजाम किया गया है। मेट्रो गार्ड सत्येन्द्र कुमार जिस तरह से राजीव चौक से नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन तक मेट्रो से लटकते हुए गए है, दिल्ली मेट्रो के पास इस गलती के लिए क्या जवाब है। इस घटना का कारण मेट्रो के दरवाजो का सेंसर ख़राब बताया जा रहा था। परन्तु इस चूंक से गार्ड की जान जा सकती थी। मेट्रो जिसकी सुरक्षा पर दिल्ली निवासियो को विश्वास था क्या वही विश्वास मेट्रो फिर से अपने लिए बना पाएगी। आज जब मै ख़ुद मेट्रो का सफर कर रही थी तब मैंने कुछ लोगो को इस घटना के पता होने के बाद डरा हुआ पाया। मेट्रो की इस खराबी से एक इंसान की जान जा सकती थी, जबकि वह घायल ख़ुद मेट्रो का गार्ड था। पहले तो आतंकी हमले का सवाल था, पर अब मेट्रो की ख़ुद की ही सुरक्षा पर यह सवाल है की मेट्रो कितनी सुरक्षित है, जिस कारण कल एक इंसान घायल हो गया।

4 comments:

संगीता पुरी said...

बहुत सुंदर…आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

hindi-nikash.blogspot.com said...

आज आपका ब्लॉग देखा... बहुत अच्छा लगा. मेरी कामना है की आपके शब्द नयी ऊर्जा और व्यापक अर्थों के संवाहक बन कर जन सरोकारों की सशक्त अभिव्यक्ति का माध्यम बनें.
कभी समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर पधारें-

http://www.hindi-nikash.blogspot.com

सादर-
आनंद कृष्ण, जबलपुर.

परमजीत सिहँ बाली said...

आप की बात सही है।लेकिन कोई इस ओर ध्यान देगा......लगता तो नही हैं।

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

yun to koi kahi bhee surkshit nahi hai.narayan narayan

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