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यह दाग शायद ही कभी मिटे

जिस तरह से पिछले कुछ दिनों से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में कई बड़े नेता आए हैं उससे एक पक्ष तो बहुत ही खुश है जो यह चाहता है कि आने वाले आम चुनाव में मोदी प्रधानमंत्री के उम्मीदवार हों लेकिन वहीं दूसरा पक्ष जो यह समझता है कि मोदी 2002 के दंगों के सबसे बड़े दोषी हैं, वह नहीं चाहता कि मोदी अपने राज्य से बाहर निकल पूरे देश का नेतृत्व करें. अमरीका में एक ऐसा ही वर्ग है जो मोदी के खिलाफ मोर्चेबंदी कर रहा है. 

गौरतलब है कि अमेरिका के 27 सांसदों ने अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन को पत्र लिखकर नरेंद्र मोदी को वीजा न देने की सिफारिश की है. इन सांसदों ने कहा है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 2002 के दंगों के पीड़ितों को इंसाफ. Click Here



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