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भारतीय क्रिकेट का सचिनीकरण



क्रिकेट में ऐसा बहुत कम ही होता है जब किसी खिलाड़ी के लगातार ढुलमुल प्रदर्शन के बावजूद उसे टीम में बने रहने के लिए बार-बार मौके दिए जाएं. यहां हम बात कर रहे हैं मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की. खराब प्रदर्शन से जूझ रहें सचिन को कोलकाता में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जाने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए एक बार फिर टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया है. ऐसा माना जा रहा था कि सचिन बचे हुए टेस्ट मैच में शायद नहीं खेलेंगे लेकिन बीसीसीआई और चयनकर्ताओं ने एक बार फिर उन भरोसा जताया.

अब सवाल यह कि क्रिकेट को गली-मौहल्ले तक पहुंचाने वाले सचिन के भारतीय क्रिकेट टीम  में बने रहने को लेकर अभी तक संशय क्यों बना हुआ हैइसका जवाब यह है कि लगभग 30 हजार से अधिक रन बनाने वाले और इसी साल सौ शतक की उंचाई छुने वाले सचिन आज एक-एक रन के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं. जो गेंदबाज उन्हें आउट करने के सपने देखता था आज वही गेंदबाज सीना तानकर सचिन को बोल्ड कर रहा है. अपने कॅरियर में बड़े-बड़े गेंदबाजों के छ्क्के छुड़ाने वाले सचिन आज इन्ही गेंदबाजों Read More (Click here)

क्या कसाब को एक मच्छर ने मारा


एक आतंकवादी को लेकर सरकार ने जिस तरह से चार साल तक भारतीय जनता को गुमराह करके रखा उस आतंकवादी का अंत भी एक रहस्य के साथ दफन हो गया. रहस्य इस बात का कि क्या सचमुच में कसाब को फांसी दिया गया या फिर वजह कोई और है.

ऐसा माना जा रहा है कि जिस तरह से सरकार ने कसाब की मौत को गोपनीय बनाकर रखा, मीडिया को कानों-कान खबर नहीं लगने दी.  Read More (Click Here)

‘बलात्कार’ को अपनी पहचान बना रहे हैं समाजवादी !!


प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे मुलायम सिंह यादव की पार्टी के एक विधायक ने ऐसा काम किया है जिससे मानवता भी शर्मशार हो जाए. मामला उस दिन का है जब पूरा देश दीपावली पर्व की खुशियां मना रहा था. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में समाजवादी पार्टी के विधायक के मकान में उनके नौकर तथा कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा अगवा कर लायी गई एक लड़की से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार का सनसनीखेज मामला सामने आया है.


पुलिस सूत्रों के अनुसार बलरामपुर सदर से सपा विधायक जगराम पासवान के घर के पास ही कक्षा पांच में पढ़ने वाली बालिका का घर है. मंगलवार रात दस बजे जब शौच के लिए वह खेत में गई, तभी नौकर राकेश ने उसे पकड़ लिया और विधायक के आवास पर लाकर 21 घंटे तक कमरे में बंद करके उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. इस जानकारी पर लोगों ने विधायक का घर घेरकर नारेबाजी शुरू कर दी. स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने पुलिस ने पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेजा और मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया.

इस तरह की घटना उत्तर प्रदेश के लिए कोई बात नहीं है. पहले बहुजन समाजवादी पार्टी के शासन काल में उनके विधायक और नेता कमजोर तबके की महिलाओं को अपने हवस का शिकार बनाते रहे हैं और अब वही काम अखिलेश यादव की नेतृत्व Read More (Click Here)

मुनाफे के लिए बच्चों को जहर परोसते थे यह भ्रष्टाचारी


देश में घोटाले को लेकर हर दिन एक नए खुलासे के बाद जनता के सामने एक और नया घोटाला आया है. इस बार का घोटाला गरीब और भुखमरी के शिकार बच्चों से जुड़ा हुआ है. यह वह बच्चे हैं जो सारी जिंदगी कुपोषण से लड़ते हैं. दरअसल महाराष्ट्र में आईसीडीएस (समन्वित बाल विकास योजना) कार्यक्रम के तहत गरीब बच्चों को दिए जाने वाले अनाज में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है. यह घोटाला करीब एक हजार करोड़ रुपये का है. इससे पहले महाराष्ट्र ने आदर्श, सिंचाई, टोल टैक्स घोटालों जैसे बड़े घोटाले भी देखे.


यह घोटाला उस समय सामने आया जब खाद्य सुरक्षा पर चल रही सरकारी योजनाओं की निगरानी के लिए नियुक्त सुप्रीम कोर्ट के कमिश्नर ने अपनी रिपोर्ट दी. रिपोर्ट के मुताबिक इस योजना को चलाने के लिए कई निजी कंपनियों ने फर्जी Read More (Click Here)

अब तक दिग्विजय सिंह के तरकश से कितने निकले तीर

समाज के अलग-अलग लोगों को अपने ही तरीके से टारगेट करके मीडिया की सुर्खियां बटोरने वाले कांग्रेस महाचिव और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस बार बीजेपी के एक बड़े नेता और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना निशाना बनाया है. दिग्विजय सिंह ने अपने एक बयान में कहा कि दूसरे की पत्नियों पर अपमानजनक टिप्पणियां करने वाले नरेंद्र मोदी अपनी पत्नी के बारे में क्यों चुप हैं? उन्होंने दावा किया कि मोदी शादीशुदा हैं और उनकी पत्नी का नाम यशोदा बेन है.


गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड बताया था. जवाब में कांग्रेस का बचाव करते हुए और महिलाओं के अपमान का हवाला देते हुए दिग्विजय सिंह... To Read More (Click Here)

टेस्ट क्रिकेट के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ कितना सही

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने एक अहम फैसले में वनडे और टी-20 के बाद अब टेस्ट क्रिकेट मैच को भी दूधिया रोशनी में खेले जाने का निर्णय लिया है. क्रिकेट परिषद का मानना है कि इस तरह के संशोधन से टेस्ट क्रिकेट को और अधिक लोकप्रिय बनाया जा सकता है. अपने इस निर्णय से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट का पूरी तरह से बाजारीकरण करने का फैसला किया. उन्होंने टेस्ट के मूल स्वरूप के साथ छेड़छाड़ करके उसे वनडे और टी-20 की तरह रंगीन बनाने की कोशिश की है. हालांकि डे-नाइट मैचों में बॉल किस रंग की होगी, इसका फैसला सदस्य देशों के क्रिकेट बोर्डों पर छोड़ा गया है. इसके अलावा यह भी उन पर निर्भर करेगा कि वे डे-नाइट टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं या नहीं.



बाजार इस कदर क्रिकेट पर हावी हो रहा है कि किक्रेट संघों के ऊंचे पदों पर बैठे लोगों को पैसों के अलावा कुछ और नहीं दिखता. इस तरह के बदलाव से अब दर्शकों को वह पांच दिन का संघर्ष देखने को नहीं मिलेगा जिसमें कप्तान से लेकर खिलाड़ी मैच जीतने के लिए कई तरह के गणित लगाते थे. टेस्ट मैच शुरू होने से पहले खिलाड़ी Read More Click Here
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