इस चिट्ठे पर प्रकाशित सभी विचारों के लिये लेखक स्वयं उत्तरदायी है। संपादन मंडल का लेखक की राय से सहमत होना अनिवार्य नहीं है। -संपादक

दिग्विजय-ठाकरे वार: आरोप-प्रत्यारोपों की क्षुद्र राजनीति

बिहारियों के वजूद पर सवाल उठाने वाला और अपनी क्षुद्र राजनीति से मराठी जन की सहानुभूति पाने वाला ठाकरे परिवार आजकल अपने ही वजूद को लेकर स्पष्टीकरण दे रहा है. जो ठाकरे परिवार बिना बात के हर समय मुंबई में बसे बिहारियों को केन्द्र में रखकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकता था आज उसी परिवार को बिहारी का तगमा दिया जा रहा है और इस बात की पुष्टि कांग्रेस के नेता और अपने अलग तरह के कमेंट्स से मीडिया में छाने वाले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने की है.
 

क्या लिखा है किताब में
दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने इस बात के सबूत पेश कर दिए हैं कि राज ठाकरे का परिवार बिहार से ही आया था. उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए एक किताब को जरिया बनाया जो खुद भाजपा-शिवसेना के राज में छापी गई थी. बाल ठाकरे के पिता केशवराव ठाकरे की ओर से लिखी गई इस किताब में ठाकरे परिवार के इतिहास के बारे..................................... 






No comments:

विजेट आपके ब्लॉग पर